वजन घटाने वाली दवा के नियमित सेवन से शरीर में भारी नुकसान \ Regular consumption of weight loss medicine causes huge damage to the body
दवा भूख खत्म करती है और 20000 का एक इंजेक्शन 3000 मे 10 टैबलेट–
कुछ लोग वजन घटाने के लिए वजन घटाने वाली दावों का नियमित रूप से सेवन करते हैं जिसकी वजह से गैस्ट्रोपैरेसिस नामक रोग हो जाता है उनको जिसे आम भाषा में कहा जाए तो पेट का लकवा कुछ लोग पेट की चर्बी कम करने के लिए डायबिटीज की दवाइयां लेते हैं जिसकी वजह से उनको बहुत सारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है और पेट संबंधी बहुत सारी बीमारियां लग जाती है उन लोगों को। बिना डायबिटीज हुए डायबिटीज की दवाइयां लेने पर जान को भी खतरा हो सकता है। Regular consumption of weight loss medicine
स्टमक पैरालिसिस पर दुनिया भर की बातें चल रही है इसकी शुरुआत 3 अगस्त 2023 को अमेरिका के लुसियाना प्रॉविस की एक महिला ने जैकलिन जाकरलैंड ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में मुकदमा दायर किया उनका कहना था कि ओंजैपिक
और मोंजारो यह दवाइयां मैंने ली थी जिसकी वजह से मुझे स्टमक में पैरालिसिस हो गया मतलब लकवा हो गया।
डॉक्टर ने उन्हें डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए दवाइयां दी थी लेकिन उन्होंने साल भर तक उन दवाइयां का सेवन किया जिसकी वजह से दर्द रहने रहने लग गया और उल्टी आने लगी लगातार दांत भी गिर गए।
उनके पेट में आए दर्द होने के बाद में हॉस्पिटल में एडमिट किया गया जिसकी वजह से उन्हें पेट से संबंधित बहुत सारी बीमारियां होने से स्टमक पैरालिसिस हो गया।
**दुनिया में बहुत सारी सेलिब्रिटीज है जिन्होंने इन दवाइयां का सेवन करके उनके साइड इफेक्ट के बारे में पूरी दुनिया को बताया है।
**भारत में भी वजन घटाने वाली दवाइयां का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है सेलिब्रिटीज ही नहीं आम लोग भी इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन कर रहे हैं। ज्यादातर महिलाएं मोटापे से परेशान होकर इन दवाइयां का अत्यधिक सेवन करती है और बहुत सारी बीमारियों का शिकार बन जाती है।
**अब हम आपको बताते हैं कि स्टमक पैरालिसिस के क्या-क्या लक्षण है??
१.देर तक भूख न लगना
२. खाना खा खाना शुरू करते ही पेट भरा भरा लगता है।
३. बिना किसी परेशानी के उल्टी आना ।
४. ब्लोटिंग होना ।
५. खाना खाते ही उल्टी कर देना।
६. अप्पर एब्डोमेन में दर्द रहना।
७. सीने में जलन की शिकायत रहना।
**वेट लॉस की दवाइयां किन्हे नहीं लेनी चाहिए?
१. पेट और लीवर के मरीज को।
२. सेमाग्लूकोटाइड से एलर्जी होने पर।
३. थायराइड और कैंसर के मरीज को।
४. क्रॉनिक और पेनक्रिटाइटिस के मरीज को ।
*हर्बल पाउडर का भी वेट लॉस के लिए इस्तेमाल न करें—
भारत में भी कई लोग तरह-तरह के हर्बल पाउडर और दवाइयां का इस्तेमाल वजन को कम करने के लिए कर रहे हैं जो दवाइयां बहुत महंगी होती है। लोग 50 से 60 गोलियों के लिए 3 से लेकर ₹8000 तक के खर्च कर देते हैं।
नोएडा के जिला अस्पताल फार्मासिस्ट डॉ आलोक पांडे का बताना यह है कि कि भारत के अंदर वेट लॉस के लिए हर्बल नाम का यूज करके हर्बल मेडिसिंस चल रही है। इन दवाइयां के साइड इफेक्ट तो कम होते हैं लेकिन अगर कोई व्यक्ति इसका नियमित मात्रा में लगातार सेवन करता रहे तो उसका शरीर उसके ऊपर ही डिपेंड हो जाता है कृपया इन सब दवाइयां का वह बंद करें स्वस्थ भोजन ले और नियमित रूप से व्यायाम करके खुद को तंदुरुस्त बनाए रखें। Regular consumption of weight loss medicine