भारत के इस ऐलान से पाकिस्तान क्यों हुआ परेशान \ Why was Pakistan troubled by this announcement of India?
03 JUN 2023

भारत ने शंघाई सहयोग संगठन के सदस्यों की विदेश मंत्रियों की मीटिंग के बाद अब राष्ट्र प्रमुख मीटिंग होने बाकी है यह मीटिंग 4 जुलाई 2023 को दिल्ली में होगी लेकिन अब भारत ने ऐलान किया है कि यह मीटिंग आमने सामने नहीं होकर वर्चुअल तरीके से इस मीटिंग को किया जाएगा इस बात का ऐलान भारतीय विदेश विभाग के प्रवक्ता बागची ने अपने सप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि
ऑनलाइन करने का फैसला काफी सोच विचार करके लिया गया है अरिंदम बागची ने अपनी प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार का निर्णय किसी एक मुद्दे को लेकर नहीं है बल्कि बहुत सोच समझकर यह फैसला लिया गया है हमने सभी पार्टनर को कह दिया है कि एसपीओ की होने वाली अगली मीटिंग 4 जुलाई 2023 को ऑनलाइन वर्चुअल माध्यम से होगी और हमें आशा है कि सभी पार्टनर इस मीटिंग के अंदर वर्चुअल तरीके से शामिल होंगे
बागची अपनी प्रेस वार्ता में कहा कि इस वर्ष बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन वर्चुअल हुए हैं और हम भी इस सम्मेलन को वर्चुअल तथा सफल सम्मेलन बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं और इसकी तैयारी निरंतर चल रही है
आप सभी को बता दें कि इस मीटिंग का भारत आयोजन अध्यक्ष के तौर पर कर रहा है
लेकिन सूत्रों के मुताबिक से यह खबर मिल रही है कि पाकिस्तान जापान चीन और रूस के मंत्रियों की दिल्ली यात्रा के कार्यक्रमों की अधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है और बताया यह भी जा रहा है कि रूस यूक्रेन के बीच में चल रहे युद्ध के कारण पुतिन का इस मीटिंग में शामिल होना संभव नहीं माना जा रहा था तथा दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जून से 24 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे यह भी कारण हो सकता है कि इस मीटिंग को बनाया जाए
पाकिस्तान को किस प्रकार लगा बड़ा झटका-
हमारे सूत्रों के मुताबिक खबर मिली है कि पाकिस्तान ने इस प्रक्रिया पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के हवाले से खबर दी गई कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस बैठक के लिए भारत आने से इंकार कर दिया है इसलिए भारत ने इस मीटिंग को वर्षों बनाने का फैसला किया है पाकिस्तान में इस बात की भी चर्चा है
कि गोवा में एसडीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की ओर से कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने का मामला उठाने से भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि खराब हुई है तब भारत दिन बाद शरीफ को बुलाकर दोबारा यह जोखिम नहीं लेना चाहता हूं या भारत अपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि खराब नहीं करना चाहता हूं इसलिए भारत ने यह फैसला किया है पाकिस्तान अपने न्यूज़ चैनल पर इस बात को चलाए जा रहा है परंतु भारत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की है
जिनपिंग और पुतिन के आने पर क्या है चर्चा-
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पाकिस्तान को कोई भी मंच मिले तो वहां वहां पर कश्मीर का राग गाने लगते हैं परंतु इसमें सेठ कश्मीर में हुए जी-20 के टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक को लेकर पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा उठाने का मौका मिल गया था लेकिन चीन तुर्की सऊदी अरब और ओमान सदस्यों ने इसमें हिस्सा लेने से पाकिस्तान इस मामले को लेकर बदलना पड़ा था पाकिस्तान का कहना है
कि भारत के अंदर जो कश्मीर आता है वह एक विवादित क्षेत्र है जिसके अंदर कोई भी मीटिंग नहीं होनी चाहिए लेकिन भारत के आना चाहता है कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद में कश्मीर के हालात बहुत संबंधी हुए हैं वह कश्मीर एक टूरिज्म स्पॉट के रूप में उभर कर सामने आ रहा है तथा पाकिस्तान की मीडिया में यह भी चल रहा है कि भारत ने रूस यूक्रेन युद्ध के अंदर रूस का साथ देने के मामले में भी दोनों भारत की यात्रा पर नहीं आना चाहते हैं
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