इस मुहूर्त पर राखी बंधवा लेना हो जाओगे मालामाल \ Getting Rakhi tied on the auspicious time will make you rich
राशि का हमारे सनातन धर्म में ही नहीं बल्कि अन्य धर्म के अंदर भी एक बहुत ही विशेष महत्व है आज हम आपको राखी का विशेष मुहूर्त बताएंगे अगर आप इन मुहूर्त में से किसी भी मुहूर्त में राखी बंधवा ते हैं तो आपकी किस्मत बदलते हुए समय नहीं लगेगा
सूण मांडना:- मङ्गलवार, 29 अगस्त 2023 को भद्रा नहीं है, अतः सम्पूर्ण दिन सूण मांड सकते है।
सूण जिमाना :- बुधवार, 30 अगस्त 2023 को प्रातः 10:58 से रात्रि 09:02 तक पृथ्वी लोक (नैर्ऋत्य दिशा – अशुभ) की भद्रा रहेगी, अतः प्रातः 10:58 पूर्व ही सूंण जिमा लेना चाहिए।
30 अगस्त 2023 की रात्रि 09:02 बजे 09:29 बजे तक रक्षा बंधन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त्त
रक्षाबन्धन पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को भद्रानिर्मित तीन उत्सव या अन्य अधिक व्यापिनी पूर्णिमा को मनाया जाता है। यथा:- पूर्णिमायां भद्राराहितायं त्रिमुहूर्त्ताधिकोदाय व्यापिन्यमपराह्ने प्रदोषे वा कार्यम् – धर्मसिन्धु। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त 2023 को रक्षा बंधन है। इस दिन पूर्णिमा तिथि प्रातः 10:58 बजे से प्रारंभ होगी। इस दिन भद्रा प्रातः 10:58 से रात्रि 09:02 तक रहेगी, मूलतः भद्रा नक्षत्र के पूर्व एवं समाप्ति के पूर्व रक्षासूत्र (राखी छोड़ने) लाभ – अमृत का चौघड़िया प्रातः 06:09 से प्रातः 09:27 सायं 05:32 तक 06:32 तक ( अति आवश्यक में ) एवं शुभ-अमृत का चौघड़िया (रात्रिकाल) रात्रि 08:18 से रात्रि 11:24 तक रहेगा। Getting Rakhi tied on the auspicious time
भाई-बहन के प्रेमदिवस के रूप में प्रसिद्ध रक्षाबंधन का पर्व भारतवर्ष में विशेष महत्व रखता है। इस दिन ब्राह्मण, कन्याएँ, स्त्रियाँ भी अपने राजा, रक्षक, गुरु, भाई इत्यादि की विजय की कामना करते हुए उनके हथेली में रक्षा पोटली का बांधती हैं। रक्षाबंधन करते समय इस मंत्र उच्चारण करते हैं – येन बद्धो बलि राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:॥ अर्थात् जिस रक्षासूत्रसे महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षाबंधनसे मैं तुम्हें बांधता हूं Getting Rakhi tied on the auspicious time